डिप्टी सीएम ने सशक्त परिवार का बताया अर्थ
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। स्वस्थ नारी सशक्त परिवार की तैयारियों को लेकर के डिप्टी सीएम ने समीक्षा बैठक की। रविवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की।
बैठक के दौरान उन्होंने 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” की तैयारियों को परखा एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य नारी का अर्थ है ‘‘सशक्त परिवार, और सशक्त परिवार’’ से ही समाज एवं राष्ट्र की प्रगति सम्भव है।
इस दृष्टि से यह अभियान महत्वपूर्ण है, इसमें सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा से निर्वहन करें।
श्री पाठक ने कहा कि पूरे प्रदेश में 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक चलने वाले ‘‘स्वस्थ्य नारी, सशक्त परिवार’’ अभियान में प्रदेश की सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन तथा जिला स्तरीय स्वास्थ्य इकाईयों पर स्वास्थ्य एवं रक्त दान शिविरों का आयोजन होगा।
उन्होंने कहा कि इस अभियान का सभी जनपदों में व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए अधिक से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाये। साथ ही हेल्थ मेलों में आयुषमान कार्ड बनाने तथा लाभार्थियों के पंजीकरण का भी कार्य किया जाये। स्वास्थ्य मेलों में आने वाले बच्चों, महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाये।
गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण को अभियान का अहम हिस्सा बनाकर स्वास्थ्य मेलों में महिलाओं और बच्चों की भागीदारी बढ़ाई जाये। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य मेलों में सभी सामुदायिक चिकित्सालयों पर स्त्री रोग, नेत्र रोग ईएनटी, चर्म रोग, मानसिक रोग तथा अन्य विशेषज्ञों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के रोगों का निःशुल्क परीक्षण एवं उपचार किया जायेगा।
उन्होंने सभी को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य शिविरों पर आयुष विभाग के स्टाल के माध्यम से स्वस्थ्य रहने के लिए लोगों को स्वस्थ्य दिनचर्या, सही आहार, योग और व्ययाम अपनाने के लिए प्रेरित किया जाये।
श्री पाठक ने कहा कि यह अभियान शासन की शीर्ष प्राथमिकता वाले अभियानों में से है। इसलिए इसकी सफलता के लिए किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाशत नहीं की जाये। उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों का विधिवत डॉक्यूमेन्टेशन कर के रिपोर्ट शासन को भेजी जाये।
प्रमुुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, निदेशक एनएचएम पिंकी जोवेल, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य रतनपाल सिंह सुमन, विशेष सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य धीरेन्द्र सचान एवं विनोद सोनकर उपस्थित थे तथा प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं सीएमओ वर्चुअली जुडे थे।



