उत्तर प्रदेशजीवनशैली

संक्रमण से बचने को हाथों को रखे स्वच्छ – मुकेश शर्मा

हाथों की सफाई से सर्दी जुकाम, फ़्लू के अलावा अन्य बीमारियों से होता बचाव

 

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। हाथों की नियमित साफ सफाई रखने से संक्रामक बीमारियों फैलने से बचाव होता है। स्वस्थ रहने के लिए हाथों को साबुन-पानी से अच्छी तरह से जरूर धुलें। सर्दी, जुकाम, फ्लू ही नहीं बल्कि कई अन्य संक्रामक बीमारियाँ ऐसी हैं जो हाथों के जरिए खुद के साथ एक-दूसरे में फ़ैल सकती हैं। इसलिए हाथों को सही तरीके से धुलने की आदत बचपन से ही डालने की जरूरत है।

इसी बारे में जागरूकता लाने और हाथ धुलने का सही तरीका जन-जन को समझाने के लिए ही हर साल पांच मई को विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इस साल इस खास दिवस की थीम है-“आपके पास दस्ताने हो सकते हैं, फिर भी हमेशा हाथ की स्वच्छता जरूरी” (इट माईट बी ग्लव्स, इट्स आलवेज हैण्ड हाइजीन)। यह जानकारी रविवार को पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इण्डिया के एक्जेक्युटिव डायरेक्टर मुकेश शर्मा ने दी।

उन्होंने बताया कि बच्चों को भी डायरिया समेत कई अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए भी हाथों की स्वच्छता बहुत जरूरी है। इसलिए चिकित्सक माता-पिता व देखभाल करने वालों को सलाह देते हैं कि छोटे बच्चों को कुछ भी खिलाने- पिलाने और गोद लेने से पहले अपने हाथों को जरूर अच्छी तरह से धुल लें। इसके साथ ही बच्चों के भी हाथों को साफ़ रखना चाहिए।

सही तरीके से हाथ धोने के चरण के बारे में भी हर किसी को जानना जरूरी होता है जैसे- हाथों को पानी से गीला करना, साबुन लगाना, झाग बनाना, रगड़ना, धुलना और सुखाना। इस बारे में समुदाय को भलीभांति समझाने के लिए सुमन-के विधि के बारे में आसान तरीके से समझाया जाता है, इसके अंतर्गत “एस” का मतलब है पहले सीधा हाथ (हथेली और उँगलियाँ), “यू” यानि हाथ का पिछला हिस्सा (उल्टा), “एम” मतलब मुठ्ठी (उँगलियाँ और पोर), “ए” मतलब अंगूठा, “एन” मतलब नाखून (उँगलियों के सिरे) और “के” मतलब कलाई को साबुन पानी से कम से कम 20 सेकेण्ड तक धुलें और अपने हाथों को सही मायने में स्वच्छ रखें।

इस विधि के माध्यम से छोटे बच्चों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी आसानी के साथ समझाया जा सकता है। हाथों को देर तक साबुन-पानी से रगड़ने का भी भ्रम नहीं होना चाहिए क्योंकि कीटाणु और गंदगी 20 सेकेण्ड तक सही तरीके से हाथ धुलने से ख़त्म हो जाते हैं। खाना खाने से पहले और बाद में, शौचालय के बाद, खांसने-छींकने के बाद, कचरे के निस्तारण के बाद, जानवरों की देखभाल के बाद और बीमार व्यक्ति से सम्पर्क व देखभाल से पहले और बाद में हाथों की स्वच्छता का खास ख्याल जरूर रखना चाहिए ताकि किसी भी तरह के संक्रमण से सुरक्षित रहा जा सके।

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