वनमंत्री ने दुधवा पर्यटन सत्र का किया शुभारंभ
बरही गेट पर पर्यटन सत्र का शुभारंभ

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। सैर सपाटा के शौक़ीन लोगो को देखते हुए दुधवा पर्यटन सत्र का शुभारंभ कर दिया गया। शनिवार को
वैदिक मंत्रोचार व धूमधाम के साथ वनमंत्री द्वारा दुधवा पर्यटन सत्र का शुभारंभ किया। इस बार 15 दिन पूर्व प्रारंभ हुआ दुधवा पर्यटन शुभारंभ के अवसर पर गंगाकली हथिनी द्वारा सैलानियों का किया गया स्वागत।
पर्यटन सत्र के शुभारंभ अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई वन एवं वन्य जीव आधारित सुंदर रंगोली
पर्यटन सत्र प्रारंभ होने से पूर्व तैयारियों की स्वयं वनमंत्री एवं विभागाध्यक्ष द्वारा निरीक्षण किया गया। दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग, पलिया-खीरी के पर्यटन सत्र 2025-26 का शुभारंभ धूमधाम के साथ अरुण कुमार सक्सेना,राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश की उपस्थिति में किया गया।
वैसे तो दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग, पलिया-खीरी का पर्यटन हर बार 15 नवंबर को प्रारंभ होता था, परंतु सैलानियों की उत्सुकता एवं पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने के दृष्टिगत सक्षम उच्च स्तर से लिए गए निर्णयानुसार इस बार पर्यटन सत्र का शुभारंभ पूर्ण तैयारियों के साथ 01 नवंबर को ही कर दिया गया।
पर्यटन सत्र का शुभारंभ करने से पूर्व प्रातः स्वयं अरुण कुमार सक्सेना, राज्यमंत्री एवं अनिल कुमार, प्रमुख सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश, सरकार, सुनील चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा तैयारियों का निरीक्षण किया गया।
पर्यटन की तैयारियों से वनमंत्री के साथ उच्चाधिकारी भी पूर्णतया संतुष्ट हुए। इस अवसर दि इण्डियन एकेडमी के छात्र-छात्राओं द्वारा वन एवं वन्य जीव आधारित रंगोली बनाई गई, जो आकर्षण का केन्द्र रही। इस वर्ष दुधवा टाइगर रिजर्व आंतरिक क्षेत्र में निवासरत थारु जनजाति के छात्र-छात्राओं को भी शुभारंभ के अवसर पर सम्मिलित कर उन्हें प्रेरित करने का कार्य किया गया।
विगत कई वर्षों से पर्यटन दरें यथावत रहने व दुधवा पर्यटन में निरंतर सैलानियों की बढ़ रही उत्सुकता को दृष्टिगत रखते हुए अत्यंत न्यून बढ़ोत्तरी की गई। यही कारण रहा है कि प्रथम दिवस शुभारंभ के अवसर पर ही सैलानियों एवं इस अवसर पर उपस्थित रहे मीडिया कर्मियों में भी उत्साह का माहौल रहा।
शुभारंभ के अवसर पर गंगाकली हथिनी द्वारा इस अवसर पर उपस्थित रहे, अतिथिगण, सैलानी, मीडियो बंधुओं आदि का स्वागत किया गया। अतिथियों द्वारा गंगाकली को केला, गुड़, सेव आदि खिलाया गया। तदुपरांत मीडियाबंधुओं एवं उपस्थित लोगों द्वारा दुधवा का दीदार किया गया।
शुभारंभ के अवसर पर वनमंत्री अरुण कुमार, सक्सेना अनिल कुमार, प्रमुख सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, सुनील चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश, अनुराधा वैमुरी,
प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव, उत्तर प्रदेश,रामकुमार अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, प्रोजेक्ट टाइगर, डॉ. एच राजामोहन, मुख्य वन संरक्षक एवं फील्ड निदेशक, दुधवा टाइगर रिजर्व, लखीमपुर-खीरी, अरविंद कुमार सिंह, प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश, वन निगम लखनऊ, पुष्प कुमार प्रबंध निदेशक, पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश, जगदीश आर. उपनिदेशक, दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग,
पलिया-खीरी, कीर्ति चौधरी, प्रभागीय वनाधिकारी, उत्तर खीरी वन प्रभाग/उप निदेशक (बफर जोन), दुधवा टाइगर रिजर्व, लखीमपुर-खीरी, संजय कुमार विश्वाल, प्रभागीय वनाधिकारी, दक्षिण खीरी वन प्रभाग, लखीमपुर-खीरी, दुर्गाशक्ति नागपाल, जिलाधिकारी, लखीमपुर-खीरी आदि लोग उपस्थित रहे। इसके अलावा
- बरही गेट पर पर्यटन सत्र का शुभारंभ..
पीलीभीत विभाग वन, पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार ने शनिवार को पीलीभीत टाइगर रिजर्व के नए पर्यटन सत्र का विधिवत शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने बराही पर्यटन गेट पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन-पूजन कर फीता काटा और पर्यटन सत्र का उद्घाटन किया। इसके बाद सैलानियों के वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
पयर्टन सत्र के शुभारंभ के दौरान राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण जीवन का आधार है और हर नागरिक को पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए इसमें योगदान देना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए स्थानीय उत्पादों का अवलोकन किया। उन्होंने समूह की महिलाओं से संवाद कर उनके उत्पादों की जानकारी ली और उनकी गुणवत्ता की सराहना की। मंत्री ने कहा कि ऐसे समूह ग्रामीण महिलाओं के आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार कर रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान राज्यमंत्री ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व में संचालित सफारी गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों के लिए पर्यटन गतिविधियों की औपचारिक शुरुआत हो गई। उन्होंने कहा कि टाइगर रिजर्व न केवल जैव विविधता के संरक्षण का केंद्र है बल्कि यह क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बना रहा है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्यटकों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए, ताकि आने वाले पर्यटक यहां की प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीवों और स्थानीय संस्कृति से अविस्मरणीय अनुभव लेकर लौटें।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के निदेशक और अन्य अधिकारियों ने मंत्री को रिजर्व के पर्यटन प्रबंध, वन्यजीव संरक्षण और किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। पूरे आयोजन के दौरान उत्साह और उमंग का माहौल रहा।
इस दौरान जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह, विधायक पूरनपुर बाबूराम पासवान, विधायक बीसलपुर विवेक वर्मा, पूरनपुर विधायक प्रतिनिधि रितुराज पासवान, जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार श्रीवास, डीएफओ टाइगर रिजर्व सहित अन्य जनप्रनिधि व अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।



