कूटनीति में उलझी छत्रपति शिवाजी महाराज मूर्ति स्थापना
मराठी समाज में निराशा, आपातकालीन बैठक, लिया निर्णय

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी के चौक चौराहे पर छत्रपति शिवाजी महाराज मूर्ति स्थापना कूटनीति में उलझी दिखाई दे रही है। बुधवार को
मराठी समाज उत्तर प्रदेश द्वारा आपातकाल बैठक प्रदेश कार्यालय में मराठी समाज के प्रमुख पदाधिकारियो के साथ एवं अयोध्या से आए प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विश्वनाथ देवकर की उपस्थित में आहूत की गयी।
बैठक के दौरान मराठी समाज पदाधिकारियों ने निर्णय लेते हुए संयुक्त रूप से कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा निर्धारित स्थान चौक चौराहे पर ही लगेगी, चाहे इसके लिये जो भी आंदोलन करना पडे वह किया जायेगा।
वहीं संस्थापक एवं प्रदेश अध्यक्ष उमेश पाटिल ने कहा कि कई समाजों के प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख लोगो से समर्थन लेकर मूर्ति निर्धारित जगह पर लगवाई जाएगी। जिसमें मराठी समाज द्वारा एक स्वर में समर्थन देते हुए सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अब जन जन का आंदोलन बन चुका है।
फिर भी प्रस्तावक के रूप में अब तक की कारवाई को मराठी समाज के प्रयत्न को अनदेखा नही किया जा सकता है। इसे जन जन से आग्रह कर आंदोलन को छत्रपती शिवाजी महाराज के अनुयायियों को साथ लेकर छत्रपती सेना नाम से आंदोलन को आगे बढाया जायेगा।
श्री पाटिल ने कहा कि यह लड़ाई मराठी समाज या किसी एक समाज के नाम से नही, बल्कि छत्रपती शिवाजी महाराज को मानने वाले सभी साथी ,धर्म ,प्रांत, समाज को लेकर आंदोलन किया जायेगा। वहीं
मराठी समाज के संरक्षक भानुदास पाटील ने छत्रपती सेना के प्रमुख के रूप मे उमेश पाटील को नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी। साथ ही प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं प्रवक्ता गजानन माने पाटील को 80 सांसद,विधायको का इस आंदोलन के समर्थन के लिए मुख्यमंत्री को पत्र पहुँचाने तक की जिम्मेदारी दी गयी।
पदाधिकारियों ने कहा कि सभी राष्ट्रप्रेमी सनातन हिंदू धर्म व संगठनों को इस नेक काम के लिए छत्रपती सेना के माध्यम से एकजुट किया जायेगा। इसी क्रम में महामंत्री सचिन माली ने कहा की त्योहारो को देखते हुए दीपावली के बाद एक बडा आंदोलन किया जायेगा।
संगठन मंत्री विकास पाटील ने कहा की मुगलों के मानसिकता वाले दो चार लोगो को मूर्ति विरोधी कार्य के लिये पूरे सनातन हिंदू राष्ट्रप्रेमीयो को नाराज नही किया जाना चाहिए। उपाध्यक्ष विश्वास पाटील ने कहा कि इस आंदोलन में जन जन तक पहुंचकर सभी राष्ट्रप्रेमी सनातनी हिंदू धर्मियोंको को प्रेरित किया जायेगा।
इसी क्रम में चेतन सिंह ने कहा की हम लोग किसी के विरोधी नही है पर पहले से निर्धारित स्थान पर छत्रपती शिवाजी महाराज की मूर्ति लगनी चाहिए। बैठक में संतोष पाटील, संभाजी शिंदे, अण्णासो जानकर, शशिकांत धनवडे सहित अन्य लोग मौजूद रहे।



