रेल संरक्षा आयुक्त ने परखी रेल लाइन की हकीकत
गोंडा बुढ़वल, करनैलगंज-घाघरा घाट के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। पूर्वोत्तर रेलवे रेल संरक्षण आयुक्त मय टीम के साथ रेल खंड कार्यों का जायजा लिया गया। गुरुवार को यात्री सुविधाओं की सुगमता के लिए मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम में गोंडा-बुढ़वल खंड पर तीसरी रेल लाइन निर्माण के द्वितीय चरण में करनैलगंज-घाघरा घाट का 25,000 वोल्ट एसी क्षमता के नई विद्युतकर्षण लाइन युक्त तीसरी रेल लाइन खण्ड के संरक्षा परीक्षण किया गया।
जिसमें पहले दिन रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वाेत्तर परिमंडल प्रणजीव सक्सेना द्वारा पूर्वाेत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निर्माण ओपी सिंह, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर सुरेश कुमार, मुख्य इंजीनियर,टीएमसी संजय यादव, मुख्य इंजीनियर (निर्माण) अखिलेश त्रिपाठी तथा लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबन्धक गौरव अग्रवाल समेत मंडल व निर्माण संगठन के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त ने सर्वप्रथम घाघरा घाट रेलवे स्टेशन पर तीसरी रेल लाइन के मानक के अनुरूप सेफ्टी अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, बर्थिंग ट्रैक बैलास्ट, फाउलिंग मार्क, पैनल इन्टरलॉकिंग, बैटरी रूम, रिले रूम आदि का संरक्षा के दृष्टिगत निरीक्षण किया तथा स्टेशन मास्टर से संरक्षा संबंधी प्रश्न पूछकर संरक्षा कार्य कुशलता परखी।
साथ ही रेल संरक्षा आयुक्त व अन्य अधिकारियों के साथ मोटर ट्राली से घाघरा घाट – करनैलगंज रेल खण्ड के मध्य बनी तीसरी नई लाइन के संरक्षा निरीक्षण के लिए रवाना हुए। इस दौरान श्री सक्सेना ने घाघरा घाट-जरवल रोड स्टेशनों के मध्य एलएचएस का संरक्षा निरीक्षण किया तथा जरवल रोड स्टेशन पहुॅचने पर मानकों के अनुरूप स्टेशन यार्ड, अधीक्षक कार्यालय, पैनल रूम, रिले रूम, बैटरी रूम तथा स्टेशन वर्किंग रुल के अपडेशन व नई रेलवे लाइन का व्यापक निरीक्षण किया।
इसी क्रम में जरवल रोड-करनैलगंज स्टेशनों के मध्य समपार संख्या- 296ए एवं 295ए, माइनर ब्रिज संख्या-389, एलएचएस संख्या-388ए तथा मेजर ब्रिज संख्या- 388, एलएचएस संख्या-293, माइनर ब्रिज संख्या-387, एलएचएस संख्या-386ए, मेजर ब्रिज संख्या- 386, एलएचएस संख्या-385ए, माइनर ब्रिज संख्या-385, समपार संख्या- 288 स्पेशल का संरक्षा निरीक्षण किया तथा कार्य प्रणाली के अनुरुप सभी गेट मैनो की कार्यशीलता एवं संरक्षा सजगता को परखा।
इसके तत्पश्चात सरयू रेलवे स्टेशन पहुॅचने पर रेल संरक्षा आयुक्त ने मानकों के अनुरूप स्टेशन यार्ड, अधीक्षक कार्यालय, पैनल रूम, रिले रूम, बैटरी रूम तथा स्टेशन वर्किंग रुल के अपडेशन व नई रेलवे लाइन का व्यापक निरीक्षण किया और संरक्षा के सभी बिन्दुओं को परखा। करनैलगंज-घाघरा घाट स्टेशनों के मध्य तीसरी रेल लाइन के खुल जाने से लाइन क्षमता में सुधार होने से इस खंड पर जन आकांक्षाओं के अनुरूप अधिक ट्रेनों का संचलन हो सकेगा।
गोंडा से बुढ़वल तक तीसरी लाइन बन जाने से यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आयेगी तथा लाइन क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी। आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी तथा क्षेत्र तेजी से विकास की ओर बढ़ेगा। विद्युतीकरण सहित इस तीसरी रेल लाइन का निर्माण होने से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
निरीक्षण के अंतिम चरण में 4 जुलाई यानि कल सरयू-करनैलगंज के मध्य रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा संरक्षा निरीक्षण किया जाएगा तथा करनैलगंज-घाघरा घाट के मध्य स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल भी किया जाएगा।
इस अवसर पर लखनऊ मण्डल के वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक,कोचिंग, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर,।।।, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर (टीआरडी), वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर(परिचालन), मण्डल वाणिज्य प्रबंधक एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।



