परिवार नियोजन के साधनों के लिए बास्केट ऑफ़ च्वाईज का प्रावधान
29 महिलाओं ने कराई नसबंदी

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। महिलाओं ने परिवार नियोजन का निर्णय लेकर नसबंदी कराई। शुक्रवार को काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 29 महिलाओं ने नसबंदी की सेवा को अपनाया गया।
यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एनबी सिंह ने देते हुए बताया कि सीएचसी काकोरी पर शुक्रवार को नियत सेवा दिवस या फिक्स्ड डे सर्विस (एफडीएस) आयोजित किया गया। जिसमें सर्जन डॉ. सुरेन्द्र शाही द्वारा 29 महिलाओं का ऑपरेशन किया गया।
इससे पहले भी 14 नवम्बर को एफडीएस आयोजित हुआ था। उसमें 16 महिलाओं ने अपनाया था। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के साधन अपनाने से जहाँ मां स्वस्थ रहती है।
वहीँ मातृ एवं नवजात मृत्यु दर में कमी आती है। इसी क्रम में सरकार ने परिवार नियोजन के साधनों के लिए बास्केट ऑफ़ च्वाईज का प्रावधान किया है। जिसमें स्थायी और अस्थायी दोनों प्रकार के विकल्प मौजूद हैं। दम्पति अपनी इच्छानुरूप किसी भी साधन का चुनाव कर सकते हैं।
मिशन परिवार विकास के अंतर्गत नसबंदी की सेवा अपनाने वाली महिलाओं को 2000 रुपए व आशा को प्रेरक के रूप में 300 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
जानें कौन महिला नसबंदी की सेवा नहीं अपना सकती है। इसमें जो गर्भवती हो,जिसके प्रजनन तंत्र में संक्रमण हो। यह नहीं करा सकती हैं।
महिला कब कराये नसबंदी..
प्रसव के सात दिन के भीतर, माहवारी शुरू होने के सात दिन के भीतर,गर्भपात होने के तुरंत बाद या सात दिन के अंदर करा सकते हैं।
परिवार नियोजन के स्थायी साधन..
महिला नसबंदी,पुरुष नसबंदी अस्थायी साधन,आईयूसीडी,त्रैमासिक गर्भनिरोधक इन्जेशन अंतरा,साप्ताहिक नॉन हार्मोनल गर्भनिरोधक गोली छाया,माला एन,आकस्मिक गर्भनिरोधक गोली,कंडोम अपना सकते हैं।



