अपने जीवन के प्रति कृतज्ञ रहें, ईश्वर पर विश्वास रखें -प्रतिभा शुक्ला
विश्व बाल दिवस पर ‘तरंग’ कार्यक्रम में बच्चों का दिखा उमंग

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में विश्व बाल दिवस के तरंग कार्यक्रम में बच्चों में भरपूर उमंग दिखा। गुरुवार को
विश्व बाल दिवस पर महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित दो-दिवसीय राज्य-स्तरीय कार्यक्रम ’“तरंग”’ का समापन ’भागीदारी भवन गोमती नगर’ में किया गया। यह आयोजन प्रदेश के बच्चों, उनके बचपन तथा उनके अधिकारों का उत्सव मनाने के उद्देश्य से किया गया। वहीं
कार्यक्रम में ’मुख्य अतिथि बेबी रानी मौर्य, कैबिनेट मंत्री, महिला एवं बाल विकास एवं पोषण विभाग एवं प्रतिभा शुक्ला, राज्य मंत्री’ ने बच्चों को आशीर्वाद दिया और बाल अधिकारों को सशक्त करने के विभागीय प्रयासों की सराहना की।
समारोह में ’अपर मुख्य सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग लीना जौहरी निदेशक, महिला कल्याण संदीप कौर तथा यूनिसेफ चीफ जकारी एडम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
“तरंग” कार्यक्रम 19-20 नवम्बर को आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेश भर के राजकीय बाल देखरेख संस्थाओं से चयनित बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। 19 नवम्बर को लखनऊ स्थित लिटरेसी हाउस में बच्चों के लिए नृत्य,
संगीत, पेंटिंग एवं कला, स्टोरी-टेलिंग, खेल तथा रचनात्मक गतिविधियों जैसी प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। बच्चों ने अपनी प्रतिभा, उत्साह और नवाचार से सभी को प्रभावित किया।
20 नवम्बर को विश्व बाल दिवस पर आयोजित समापन समारोह में दो दिनों की गतिविधियों के विजेता बच्चों को ’प्रशस्ति-पत्र’ प्रदान कर सम्मानित किया गया।
यह कार्यक्रम केवल बच्चों की प्रतिभा का उत्सव नहीं था, बल्कि उन ’देखभालकर्ताओं एवं सहयोगी स्टाफ’ के कार्य को भी सम्मान देने का अवसर था, जो प्रतिदिन बाल देखभाल संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा, देखरेख और मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
विभागीय नेतृत्व ने उनके समर्पण और सेवाभाव की प्रशंसा करते हुए उन्हें कार्यक्रम की सच्ची आधारशिला बताया।
मुख्य अतिथि बेबी रानी मौर्य, कैबिनेट मंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग’ ने अपने संबोधन में बच्चों को “झिलमिलाते नन्हे सितारे बताया जो अपनी मुस्कान और मासूमियत से सभी के जीवन में खुशी भर देते हैं।
उन्होंने कहा कि “तरंग बच्चों की ऊर्जा, उत्साह, संवेदनाओं और आनंद का प्रतीक है।
उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को अपने घरों और रोजमर्रा की दिनचर्या से बाहर निकलकर एक बड़े मंच पर मिलने, सीखने और अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलना अत्यंत सुखद है।
अपने प्रेरक संदेश में उन्होंने बच्चों से कहा कि वे स्वयं को सक्षम समझें, बड़े सपने देखें और उन्हें पूरा करने के लिए प्रयासरत रहें।
उन्होंने कहा कि “हर बच्चा विशेष है और कल्याणकारी सेवाओं तक पहुंच का अधिकार रखता है। राज्य मंत्री, महिला कल्याण विभाग प्रतिभा शुक्ला’ ने “तरंग” को बच्चों के उत्साह, प्रेरणा और सकारात्मक सोच को मजबूत करने वाला एक उत्सव बताया। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे अपने जीवन के प्रति कृतज्ञ रहें, ईश्वर पर विश्वास रखें और आने वाली हर चुनौती का साहस के साथ सामना करें।
उन्होंने बच्चों को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
साथ ही, विभिन्न बाल गृहों द्वारा लगाए गए क्रिएटिव स्टॉल्स की उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि बच्चों की प्रतिभा अद्वितीय है।
’अपर मुख्य सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग लीना जौहरी’ ने कहा कि बच्चों की अद्भुत रचनात्मकता और आत्म-अभिव्यक्ति को देखकर गर्व की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि बच्चों ने स्वयं को तराशने और अपनी क्षमताओं को निखारने में जिस लगन का परिचय दिया है, वह अत्यंत सराहनीय है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 10 नवम्बर से प्रारम्भ हुए ’10-दिवसीय जिला-स्तरीय बाल कार्यक्रमों’ ने बच्चों को भरपूर अवसर दिए-और “तरंग” उसी श्रृंखला का राज्य-स्तरीय मंच है, जो बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
उन्होंने सभी बच्चों को “उन्नति, उज्ज्वल भविष्य और नित नई उड़ानों” की बधाई दीं। जकारी एडम्स, चीफ, यूनिसेफ’ ने विश्व बाल दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह वही दिन है जब अनेक देशों ने ’बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए बाल अधिकार अभिसमय (कान्वेंशन ऑन द राइट्स ऑफ़ द चाइल्ड)’ को स्वीकार किया था।
उन्होंने कहा कि “यदि बच्चे आगे बढ़ते हैं और एक कल्याणकारी माहौल में विकसित होते हैं, तो राज्य स्वयं प्रगति करता है और अंततः देश वैश्विक स्तर पर सशक्त रूप में उभरता है।



