आईएसपीसीसीओएन 2025 में पहले दिन दर्द चिकित्सा पर मंथन
कल दूसरे दिन दर्द चिकित्सा पर कई विषय चर्चा में शामिल

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दर्द चिकित्सा पर गहन मंथन कर सुझाव साझा किया।
शनिवार को एनेस्थीसियोलॉजी विभाग एसजीपीजीआईएमएस और इंडियन सोसाइटी ऑफ पेन क्लिनिशियंस की लखनऊ शाखा द्वारा आईएसपीसीसीओएन 2025 के पहले दिन “डीनर्वेशन टू रेजेनरेशन” थीम पर केंद्रित इस सम्मेलन में दर्द प्रबंधन, रेजेनरेटिव थेरपी, और न्यूनतम इनवेसिव स्पाइन केयर में हुई प्रगति पर चर्चा की गई।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि प्रो. पीके सिंह, पूर्व निदेशक पटना (एम्स , पटना) और पूर्व कुलपति यूपी रूरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, सैफई, और विशिष्ट अतिथि प्रो. शालीन कुमार, डीन एसजीपीजीआई लखनऊ ने भाग लिया। प्रो. पीके सिंह ने दर्द चिकित्सा के विकास पर प्रकाश डाला और पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल अग्रवाल की भूमिका की सराहना की।
प्रो. शालीन कुमार ने पेन मेडिसिन यूनिट की कठिन दर्द स्थितियों के प्रबंधन और कैंसर रोगियों को सहानुभूतिपूर्ण देखभाल प्रदान करने के लिए प्रशंसा की।
आईएसपीसी अध्यक्ष डॉ. सुजीत गौतम ने दर्द चिकित्सा में मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों और संरचित प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। जबकि आईएसपीसी सचिव डॉ. अजीत कुमार ने डीएम पेन मेडिसिन कार्यक्रम शुरू करने के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रो. वीरेंद्र रस्तोगी ने “पेन मेडिसिन इन इंडिया पास्ट, प्रेजेंट एंड फ्यूचर” पर प्रो. अनिल अग्रवाल ओरेशन दिया।
वैज्ञानिक सत्रों में लाइव प्रदर्शन और प्लेटलेट रिच प्लेमा थेरेपी, रेजेनरेटिव मेडिसिन, उन्नत डीनर्वेशन तकनीकों, ट्रिजेमिनल इंटरवेंशन्स, और अल्ट्रासाउंड-गाइडेड प्रक्रियाओं पर व्याख्यान शामिल थे। कल
आईएसपीसीसीओएन 2025 का दूसरा दिन प्रोलोथेरेपी, हाइब्रिड डीनर्वेशन तकनीकों, रेजेनरेटिव इंटरवेंशन्स, और उन्नत न्यूनतम इनवेसिव स्पाइन तकनीकों पर चर्चा होगी।



