उत्तर प्रदेशजीवनशैलीबड़ी खबर

मुख्यमंत्री का जनता दर्शन महिला मरीज के लिए बना वरदान

सिविल अस्पताल डॉक्टरों ने किया निःशुल्क कूल्हा प्रत्यारोपण

 

 लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में मुख्यमंत्री जनता दर्शन महिला मरीज के लिए वरदान बन गया।

आर्थिक अभाव के चलते महिला मरीज अपना इलाज कराने में असमर्थ होने चलते जनता दर्शन मददगार साबित हुआ। महिला मरीज को मोबाइल पर मुख्यमंत्री जनता दर्शन की जानकारी मिली और जनता दर्शन में पहुंचकर अपनी परेशानी से अवगत कराया।

जिस पर त्वरित कार्रवाई के साथ एंबुलेंस द्वारा राजधानी के डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल भेज दिया गया। जहां डॉक्टरों ने महिला मरीज की कूल्हे का प्रत्यारोपण कर एक नई जिंदगी की उम्मीद जगा दी।

बताते चलें कि कासगंज की रहने वाली 65 वर्षीय मालती देवी जो कई वर्षों से कूल्हे के दर्द से कराह रही थी। जिसे उत्तर प्रदेश सरकार चिकित्सा सुविधाओं को जन जन तक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता दिखाते हुए।

निर्धन लोगो के लिए 5 लाख तक के उपचार के लिए आयुष्मान योजना और 70 वर्ष से अधिक आयु के वर्ग के लिए 5 लाख रुपए तक निशुल्क इलाज प्रदान किया जा रहा है। साथ ही दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सा योजना, मुख्यमंत्री राहत कोष एवम अन्य योजनाए के अंतर्गत निशुल्क चिकित्सा सुविधा आम जनता को उपलब्ध करायी जाती है ।

ये सुविधाएं प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में एवं सम्बद्ध प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध है । ऐसे में जो लोग इन योजनाओं के पात्र नहीं है या इलाज महँगा होने के कारण वे अपना इलाज नहीं करा पा रहे हैं।

वे मुख्यमंत्री जनता दर्शन में अपनी समस्या के लिए संपर्क करते हैं। जिनको संबंधित अधिकारियों के माध्यम से विभिन्न चिकित्सालय में संदर्भित किया जाता है ।

इसी कड़ी में मालती देवी 65 वर्ष पत्नी नौबत सिंह निवासी जनपद काशगंज का कूल्हा प्रत्यारोपण होना था वो इसी वर्ष माह फरवरी से चलने फिरने में असमर्थ थी । इन्हें दस कदम भी चलना मुश्किल था ।

इनका 35 वर्ष पहले कूल्हा का फ्रैक्चर हो गया था। जिसका ऑपरेशन आगरा में कराया था । तब से वो ठीक थी लेकिन चलने में वो लंगड़ाती थी ।

पिछले 5 साल से उसे दर्द हो रहा था उसकी कूल्हे की लट्टू सूख गई थी , 35 वर्ष पहले किए ऑपरेशन का स्क्रू बाहर निकल गया था । चलने में स्क्रू गड़ता था ।

मरीज ने एसआरएम बरेली हॉस्पिटल में दिखाया जहाँ उसको कूल्हा प्रत्यारोपण के लिए तीन लाख रुपए का कोटेशन दिया गया । मरीज के पास इतना पैसा नहीं था और ना ही वो उत्तर प्रदेश के किसी योजना की पात्र थी ।

उन्हें किसी मोबाइल से मुख्य मंत्री जनता दरबार के बारे में पता चला और वो मुख्य मंत्री जनता दरबार में पहुँच कर अपनी समस्या बताई । जिसके बाद उसको सिविल हॉस्पिटल भेजा गया ।

यहां उस मरीज का संपूर्ण जांच करा कर उसके ऑपरेशन के लिए टोटल हिप रिप्लेसमेंट के इंप्लांट की व्यवस्था की गई और उसका कूल्हा प्रत्यारोपण ऑपरेशन पूर्ण निःशुल्क किया गया।उनको एक यूनिट ब्लड बिना डोनर के चिकित्सालय के तरफ़ से दिया गया ।

महिला मरीज कई वर्षों से ठीक से चल नहीं पा रही थी तो उसको कूल्हे के अतिरिक्त और भी समस्या थी उसका पैर सीधा नहीं होता था। जिसके कारण उसको कूल्हे से नीचे असहनीय दर्द होता था । कुल्हा प्रत्यारोपण के पश्चात उसकी दूसरी समस्या का पता चला।जिसके लिए उसका एक और ऑपरेशन किया गया।

जिसके बाद वो पूरी तरह ठीक हो गई । कई वर्षों से ठीक से नहीं चल पा रही थी जिसके कारण उसकी हड्डियाँ काफ़ी खोखली और कमजोर हो गई थी। मरीज को कुछ दिनों के लिए ऑपरेशन पैर से चलने के लिये मना किया गया था ।

चुकी वो 350 किलोमीटर दूर की रहने वाली थी और वो ग़रीबी के कारण बार बार चेकअप के लिए लखनऊ आने जाने में असमर्थ थी, तो उनको फ़ोन एवम व्हाट्सएप के माध्यम से फ़ॉलअप किया जा रहा है । अब मरीज़ ठीक से चलने लगी और उसको कोई दर्द नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ देवेशचंद पांडेय का कहना है की प्रत्येक माह 8से 10 मरीज जनता दर्शन के माध्यम से मरीज सिविल हॉस्पिटल आते हैं,जिनका सफल इलाज किया जाता है।

इतना बड़ा ऑपरेशन एवम इतना महंगा ऑपरेशन इस चिकित्सालय में पहली बार हुआ है। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी हम लोग ये ऑपरेशन करते रहेंगे । चिकित्सा अधीक्षक डा एसआर सिंह का कहना है की उक्त ऑपरेशन मुख्य परामर्शदाता अस्थिरोग डॉ जीपी गुप्ता टीम में डॉ अनस, सिस्टर उर्मिला, ओटी टेक्निशियन राहुल, रणजीत थे ।

वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ एसके सिंह ,डॉ कासिम, डॉ राजेश ,डॉ प्रेमप्रकाश के टीम द्वारा मरीज को एनेस्थीसिया दिया गया । अस्पताल

निदेशक डॉ कजली गुप्ता ने ऑपरेशन टीम को बधाई देते हुए कहा कि अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों को चिकित्सा उपचार प्रदान करने के पूरी निष्ठा के साथ कार्य किया जाता। जनता दर्शन के माध्यम से जो भी मरीज आते हैं उन्हें उपचार प्रदान किया जा रहा है।

डॉक्टरों द्वारा यहां जाति धर्म का कोई भेदभाव नहीं रखा जाता है। उन्होंने कहा कि असहाय गरीब जरुरतमंद मरीजों के लिए कोई इलाज में कोई असुविधा नहीं होने दी जाती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button