डॉक्टरों की टीम ने नाक से पानी रिसाव को रोकने में सर्जरी कर पायी बड़ी सफलता
भारत में पहली बार डॉक्टरों ने किया सीएफएस लीक सर्जरी, रचा इतिहास

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। डॉक्टरों ने नाक से होने वाले पानी रिसाव को रोकने के लिए सर्जरी करने में बड़ी सफलता अर्जित की है।
दुनिया भर में पांच और भारत में पहली बार सीएसएफ लीक यानि नाक से लगातार पानी रिसाव को रोकने में सर्जरी कर कीर्तिमान हासिल किया है। इसके लिए एसजीपीजीआई ने विश्व स्तर पर अपनी धमक पेश कर दी है।
शनिवार को एसजीपीजीआई लखनऊ के न्यूरोटोलॉजी ईएनटी यूनिट प्रमुख डॉ. रवि शंकर ने भारत प्रकाश न्यूज़ को बताया कि यह सर्जरी पीजीआईएमआईआर चंडीगढ़ में की गयी। जिसमें प्रो आरएस विर्क एवं गोवा के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. गोविन्द भूस्कुटे के सहयोग से यह सफलता अर्जित की गयी है।
उन्होंने बताया कि डॉ. भूस्कुटे यूएस में इस सर्जरी की ट्रेनिंग ली। जिससे सीएसएफ की सर्जरी करने में सफलता हासिल करने में और आसानी हो गयी। उन्होंने कहा कि इस विधा की खोज के लिए लगभग दो वर्षो से लगे रहे और यह भारत में पहली सर्जरी है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही लखनऊ एसजीपीजीआई में इस सर्जरी की शुरुआत की जाएगी बताते चले कि सीएसएफ यह ऐसी बीमारी है जो नाक के माध्यम से पानी बहने लगता है।
जानें सर्जरी करने को अपनाया गया तरीका..
नाक से बहते पानी के रिसाव को रोकने के लिए बिना नुकसान के आंख के माध्यम से छेद कर उस पानी के रिसाव को ब्रेन से रोक दिया। डॉक्टरों द्वारा वह भी बिना किसी तरह के नुकसान के सफलता हासिल की है।
भारत में पहली बार स्फेनोइडल सीएसएफ लीक के लिए सफल न्यूनतम इनवेसिव ट्रांसऑर्बिटल-एंडोनासल सर्जरी”एक अभूतपूर्व चिकित्सकीय उपलब्धि के तहत, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के ईएनटी विभाग के प्रोफेसर प्रो. आरएस विर्क,एसजीपीजीआई, लखनऊ के न्यूरोटोलॉजी ईएनटी यूनिट प्रमुख
डॉ. रवि शंकर और गोवा के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. गोविंद भुस्कुटे के संयुक्त नेतृत्व एवं सहयोग से, स्फेनोइडल सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड (सीएसएफ) रिसाव के उपचार के लिए भारत की पहली न्यूनतम इनवेसिव संयुक्त ट्रांसऑर्बिटल (प्रीकारुनकुलर) और एंडोनासल सर्जरी को सफलतापूर्वक संपन्न कर एक नया इतिहास रचा गया है।
यह नवोन्मेषी सर्जिकल तकनीक आंसू उत्पादन के लिए जिम्मेदार महत्वपूर्ण विडियन तंत्रिका को संरक्षित करती है, और नाक को आपूर्ति करने वाली स्फेनोप्लाटिन धमनी की रक्षा करती है। तेजी से रिकवरी सुनिश्चित करके, बिना किसी दिखने वाले निशान के कार्य और उपस्थिति दोनों को बनाए रखते हुए, यह प्रगति मानव प्रतिभा को प्रस्तुत किया है।
भारत अब दुनिया भर में केंद्रों के एक चुनिंदा समूह के साथ खड़ा है। सर्जरी के क्षेत्र में अब तक दुनिया भर में ऐसे केवल पाँच मामले ही किए गए हैं, और भारत में यह पहली बार सफलतापूर्वक किया गया है।
जो जटिल सीएसएफ लीक के लिए अत्याधुनिक न्यूनतम इनवेसिव खोपड़ी आधार सर्जरी की पेशकश करता है, जो रोगी देखभाल और सर्जिकल उत्कृष्टता में एक महत्वपूर्ण कदम है।



