मरीजों को आर्थिक सहयोग देने के लिए संस्था ने उठाया बीड़ा
आर्थिक सहयोग देकर मरीज को संकट से उबारने में संस्था बनी मददगार

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। देश में चली आ रही पुरानी परंपरा को एक नया स्वरूप देने का संस्था ने बीड़ा उठाया है। बताते चले कि जिस तरह अस्पतालों में भर्ती मरीजों से मिलने के लिए सगे संबंधी जाकर फल फ्रूट देकर संकट में सहभागी बनने का कार्य कर रहें हैं।
इसी कड़ी आगे बढ़ाते हुए युवा मार्गदर्शन संस्थान की अध्यक्षा विन्ध्येश्वरी देवी ने इस पहल को आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने इस पहल को बहराइच जिले के उर्रा बाजार मिहींपुरवा से शुरुआत की है। जिसका मुख्य उदेश्य
बीमार व्यक्ति से मिलने पर सिर्फ भावनात्मक सहारा ही नहीं, बल्कि आर्थिक सहयोग भी देने की पहल की है। जिससे जरूरतमंद लोगों की मदद हो सके और समाज में एक-दूसरे के प्रति करुणा और एकजुटता की भावना की प्रेरणा मिल सके।
संस्थान की अध्यक्षा ने इस पहल को साकार रूप देने के लिए बीमार व्यक्तियों को शारीरिक रूप से स्वस्थ करने व परिजनों को संकट से उबारने के लिए मुहिम शुरू की है। जिसमें अस्पताल में भर्ती मरीज को लिफाफे को धनराशि रखकर देने की मुहिम शुरू की है।
संस्थान के इस पहल से मरीज के परिजनों को आर्थिक सहयोग देने से मरीज की दवाइयों, इलाज व अन्य जरूरतों को पूरा करने में मदद साबित होगी। जहाँ मरीज के परिजनों को आर्थिक सहयोग मिलने से मानसिकता सुकून मिलेगा और मरीज के इलाज में कर्ज लेने जैसी स्थिति से उबारने में मील का पत्थर साबित होगा।
बता दें कि जिस तरह बीमारी व्यक्ति की जानकारी सगे संबधियों नाते रिश्तेदारको होते ही मरीज को देखने के लिए सेब, केला अनार, जूस लेकर अक्सर देखने जाते हैं। इससे समझा जा सकता है कि संकट के समय हर कोई सहयोग देने के लिए अस्पताल पहुंचते हैं। जिससे मरीज और परिजनों को काफी राहत महसूस होती है।
ऐसे हालात में मरीज के परिजन भी स्वयं को अकेला महसूस नहीं करते उन्हें साहस मिलने लगता है और अपने मरीज इलाज कराने में किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ता है। वैसे भी बीमारी हालात में इंसान असहाय महसूस करने लगता है। ज्ञात हो कि भारत सरकार गरीब,असहाय लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड योजना के अंतर्गत 5 लाख की इलाज सुविधा प्रदान कर रही है।
साथ ही सरकारी अस्पतालों में जनऔषधी केन्द्र भी स्थापित किए गये। जिससे मरीजों को 70 फीसदी दवाएं छूट पर मिल जाती हैं। इस योजना के द्वारा गरीब असहाय लोगों के लिए वरदान साबित हो रही। साथ ही युवा मार्गदर्शन संस्थान असहाय गरीब मरीजों के लिए संकट का साथी बनकर समाज में सेवा देने का कार्य करने के लिए हाथ बढ़ाया है। इस पहल से समाज में मानवता को जगाने जैसा माना जा सकता है।
इससे अन्य लोगों में असहाय गरीब की मदद करने की प्रेरणा भी मिलेगी और मरीज जल्द स्वस्थ होकर खुशहाल जीवन व्यतीत करने में मददगार साबित होगा।



