कर्मचारियों को सुविधाओं से वंचित रखने पर उठाये सवाल
केजीएमयू कर्मचारी परिषद ने गेस्ट हॉउस आवंटन को कुलपति एवं कुलसचिव को लिखा पत्र

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लिए समर्पित रहने वाले कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं से वंचित रखने पर कई सवाल उठाये गए हैं।
गुरुवार को कर्मचारी परिषद अध्यक्ष विकास सिंह एवं महामंत्री अनिल कुमार ने संस्थान कुलपति एवं कुल सचिव को पत्र जारी करते हुए कर्मचारियों के लिए आवाज उठाई है। परिषद महामंत्री ने अनिल कुमार ने जारी पत्र माध्यम से कहा कि संस्थान के लिए इस विशाल व्यवस्था के संचालन में न केवल संकाय सदस्य, विशेषज्ञ ही नहीं बल्कि कर्मचारी भी महत्वपूर्ण और अभिन्न योगदान देते आ रहें हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में जो बुकिंग आवंटन व्यवस्था अपनाई जा रही है, उसके अनुसार कर्मचारियों को प्राथमिकता निर्धारित की जाए। संकाय सदस्यों एवं मेहमान इस व्यवस्था में जुड़े हुए है, कर्मचारियों के लिए किसी भी प्रकार की सुविधा का उल्लेख नहीं किया गया है। यह स्थिति कर्मचारियों के साथ संस्थानिक स्तर पर भेदभाव होना प्रतीत होता है।
इससे कर्मचारियों को इस व्यवस्था से जानबूझकर या अनजाने में बाहर रखा गया है, जो कि समानता और समावेशिता के सिद्धांतों के विपरीत है। महामंत्री ने कहा इस अव्यवस्था की तरफ ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूँ कि पूर्व कुलपति के निर्देशानुसार टीजी छात्रावास में एक कम्युनिटी हॉल कर्मचारियों के उपयोग के लिए निर्मित किया गया था, ताकि वे अपने पारिवारिक आयोजनों जैसे विवाह, जन्मदिन, या अन्य सामजिक अवसरों को संस्थान में सुलभता से आयोजित कर सकें।
साथ ही यह भी अवगत कराया कि बीते दिनों उस कम्युनिटी हॉल आवंटन कमेटी में कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष एवं महामंत्री को कमेटी का सदस्य भी बनाया गया था। इसके पहले किसी भी कर्मचारी के आवंटन की पत्रावली पर दोनों सदस्यों के हस्ताक्षर उपरांत कुलपति के अनुमोदन होने के पश्चात ही कुलसचिव के द्वारा आदेश निर्गत किया जाता था। रजिस्ट्रार संदीप भट्टाचार्य के द्वारा आवंटन पत्रावली पर कुलपति के अनुमोदन के हस्ताक्षर को अनदेखी किया गया और कर्मचारी परिषद के सदस्यों से भी बिना हस्ताक्षर कराए आदेश को निर्गत कर दिया गया।
परिषद का कहना है कि यह कार्य विगत कुछ समय से यह देखा गया कि उस हॉल का उपयोग भी संकाय सदस्यों को आवंटित किया जा रहा है।
जिससे कर्मचारियों को यह सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। परिषद का कहना है कि कर्मचारियों के साथ भेदभाव की स्थिति आखिर क्यों उत्पन्न की जा रही। इसके लिए संस्थान प्रशासन को कर्मचारी हित को देखते हुए त्वरित निर्णय लेना चाहिए,तभी संस्थान के प्रति कर्मचारियों का समर्पण भाव बना रहेगा।
परिषद की विभिन्न मांगो में..
गेस्ट हाउस में कर्मचारियों एवं उनके अतिथियों को भी बुकिंग का अवसर दिया जाए। बुकिंग प्राथमिकता में एक पृथक श्रेणी कर्मचारियों के लिए सम्मिलित की जाए, ताकि वे भी नियमानुसार कमरो की अग्रिम बुकिंग कर सकें।
विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त सुविधाओं की समान पहुँच और पारदर्शी आवंटन व्यवस्था लागू की जाए, जिससे संस्थान के प्रत्येक सदस्य को सम्मानपूर्वक सुविधा मिल सके।
कर्मचारियों की सांस्कृतिक, सामाजिक और पारिवारिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अलग से नीति बनाई जाए जिससे उनके हितों की रक्षा हो सके।



