उत्तर प्रदेशबड़ी खबर

रेल संरक्षा आयुक्त सरयू करनैलगंज का जायजा लिया

मोटर ट्राली के माध्यम से रेलखंड कार्यों को परखा

 

 लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। रेल संरक्षण आयुक्त ने रेल खंड कार्यों का जायजा लिया।

शुक्रवार को रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वाेत्तर परिमंडल प्रणजीव सक्सेना द्वारा पूर्वाेत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर निर्माण ओपी सिंह, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर सुरेश कुमार, मुख्य इंजीनियर,टीएमसी संजय यादव, मुख्य इंजीनियर (निर्माण) अखिलेश त्रिपाठी तथा लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबन्धक गौरव अग्रवाल समेत मंडल व निर्माण संगठन के अधिकारियों की उपस्थिति में सरयू-करनैलगंज खण्ड का निरीक्षण किया गया।

दूसरे दिन के निरीक्षण की शुरुआत करते हुए रेल संरक्षा आयुक्त अन्य अधिकारियों के साथ मोटर ट्राली से सरयू-करनैलगंज रेल खण्ड के मध्य विद्युतीकरण के निमित्त बनी तीसरी नई लाइन के संरक्षा निरीक्षण के लिए रवाना हुए। इस दौरान सक्सेना ने सरयू-करनैलगंज स्टेशनों के मध्य स्टेशन यार्ड पर पॉइंट एवं क्रॉसिंग, समपार संख्या 287सी एवं 286, मेजर ब्रिज संख्या 383, एलएचएस संख्या-385, समपार संख्या- 284 स्पेशल, 283सी एवं 281 का व्यापक संरक्षा निरीक्षण किया तथा विद्युतीकृत रेल खण्ड की कार्य प्रणाली के अनुरुप समपारों की कार्यशीलता एवं संरक्षा को परखा।

इसके उपरांत, रेल संरक्षा आयुक्त ने करनैलगंज रेलवे स्टेशन पहुॅचने पर तीसरी रेल लाइन एवं विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप सेफ्टी अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रुल के अपडेशन, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, बैलास्ट, इलेक्ट्रोनिक इन्टरलॉकिंग, बैटरी रूम, रिले रूम आदि का संरक्षा के दृष्टिगत निरीक्षण किया तथा ट्रेन परिचालन से संबन्धित रेलकर्मियों से संरक्षा संबंधी प्रश्न पूछकर संरक्षा कार्य कुशलता परखी।

निरीक्षण के उपरान्त अधिकतम गति से तीसरी विद्युत लाइन पर स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल के दौरान सीआरएस स्पेशल 130 किमी प्रति घंटे की अनुमेय गति से करनैलगंज-घाघरा घाट स्टेशनों के मध्य चलाई गई। रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान करनैलगंज-घाघरा घाट के मध्य किया गया गति परीक्षण सफल रहा। गोंडा-बुढ़वल रेलखंड पर तीसरी रेल लाइन निर्माण परियोजना के अंतर्गत सरयू नदी पर 01 महत्वपूर्ण रेल पुल सहित 10 बड़े एवं 36 छोटे पुलों का कार्य सम्मिलित है।

गोंडा से बुढ़वल तक तीसरी लाइन बन जाने से यात्रा समय में कमी आयेगी तथा लाइन क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी, जिससे इस रूट पर और अधिक ट्रेनों का संचलन हो सकेगा। साथ ही जनता से अपील करते हुए कहा कि इस रेलखण्ड को तीसरी लाइन युक्त एवं विद्युतीकृत समझें और नए विद्युतीकृत रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाये रखें ।

इस अवसर पर लखनऊ मण्डल के वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक प्रसन्न कात्यायन, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी डा. शिल्पी कन्नौजिया, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक,कोचिंग अरिजित सिंह, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर वैभव श्रीवास्तव, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर (टीआरडी) धनन्जय मिश्रा, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर(परिचालन) अनिल श्रीवास्तव, मण्डल वाणिज्य प्रबंधक रितिका, सहायक मण्डल इंजीनियर/लाइन जीबी सिंह एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button