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तीन सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट पर नर्स और डॉक्टर पर गिरी गाज, बर्खास्त

डिप्टी सीएम ने कहा लापरवाह नहीं चलेगी डॉक्टर-कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई

 

लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। नवजात शिशु के मौत होने के मामले पर डिप्टी सीएम ने सख्ती दिखाई है। प्रसव के बाद नवजात शिशु की गिरने से हुई मृत्यु के मामले को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लेते हुए बेहद संवेदनशील मामले की तत्काल तीन सदस्यीय कमेटी द्वारा जांच कराई।

जांच रिपोर्ट में स्टाफ नर्स व डॉक्टर की ड्यूटी के दौरान लेबर रूम न होने की पुष्टि हुई। कमेटी की सिफारिश पर संविदा स्टाफ नर्स की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। जबकि ड्यूटी से गायब महिला सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है। मामला

कानपुर देहात प्रेमाधाम कला, मैथा ब्लॉक निवासी सुनील कुमार की 28 वर्षीय गर्भवती पत्नी सरिता देवी को प्रसव के लिए बीते बुधवार रात करीब डेढ़ बजे मेडिकल कॉलेज से संबद्ध 100 शैय्या एमसीएच विंग में भर्ती कराया था। तड़के साढ़े तीन बजे प्रसव हुआ। परिजनों के अनुसार प्रसव के बाद नवजात शिशु डिलीवरी टेबल से नीचे गिर गया। जिससे शिशु के चेहरे पर चोटे आयी। शिशु को एसएनसीयू (सिक न्यू बार्न केयर यूनिट) में भर्ती किया गया। इलाज के दौरान सुबह 10:30 बजे शिशु की मृत्यु हो गई।

उक्त प्रकरण की जाँच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया। जाँच समिति द्वारा जाँच में स्पष्ट किया गया कि प्रियंका सचान स्टाफ नर्स पूर्ण रूप से दोषी पायी गई है। डिलीवरी के समय वह लेबर रूम में नहीं थीं। जांच कमेटी की सिफारिश पर प्रियंका को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं, दूसरी तरफ महिला चिकित्सालय से सम्बद्ध स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के लेबर रूम में तैनात सीनियर रेजिडेंट डॉ. रश्मि पाल को निलंबित कर दिया गया है। ऑब्स एंड गायनी के बांड का कार्यकाल छह माह के लिए विस्तारित किया गया है।

चिकित्सा शिक्षा विभाग की महानिदेशक ने उप्र स्टेट मेडिकल फैकल्टी को पत्र लिखा। जिसमें प्रकरण की विस्तृत जांच एथिक्स कमेटी से कराने की संस्तुति की है। महिला रेजिडेंट की जांच एक सप्ताह में पूरी करने के निर्देश दिए हैं। कानपुर देहात स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य ने महानिदेशक को पत्र लिखकर डॉ. रश्मि पाल की सेवाएं समाप्त करने की संस्तुति की है। अधीनस्थ स्टाफ पर नियंत्रण न रख पाने व लापरवाही पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया है।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि इस तरह की घटना से विभाग व अस्पताल की छवि धूमिल हुई है। चिकित्सीय प्रोफेशन की गरिमा को भी ठेस पहुंची है। लिहाजा स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त की संस्तुति की जाती है। सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को निलंबित किया गया है।

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