पहलगाम में आतंकी हमले से टूटा पर्यटकों का भरोसा
राजधानी से जाने वाले पर्यटक रुके, ट्रेवल्स कंपनियों पर मंडराया संकट

चन्द्र प्रकाश सिंह
लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। गर्मी की दस्तक शुरू होते ही टूरिज्म का ग्राफ बढ़ने लगता है। जिसमें अधिकांश लोग हिल स्टेशन जाने की तैयारी बनाना शुरू कर देते हैं। लोग गर्मी के मौसम में घूमने के लिए जम्मू कश्मीर की तरफ अधिकतर पलायन करने का प्लान बनाते हैं। जिसमें बीते मंगलवार को पहलगाम में निर्दोष सैलानियों पर हुई आतंकी हमले से लोग सहम उठे है।
जिसका असर अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक साफ तौर पर नजर आने लगा है। गर्मी की छुट्टियों में कश्मीर घूमने का प्लान बना रहे सैकड़ों परिवारों ने घूमने के प्लान को कैंसिल कर दिया है। जिसमें पापा हालीडे, ट्रेवल्स पवत लिमिटेड समेत कई स्थानीय टूर एजेंसियों ने पुष्टि की है कि घटना के बाद से बुकिंग कैंसिंल करने के लिए लोगों का फोन आना शुरू हो गया। आज तक सैकड़ों टूर पैकेज रद्द किए जा चुके हैं। पापा हालीडे के डायरेक्टर संजीव पांडेय ने बताया कि पलगाम में जो आतंकी हमला हुआ है वह बहुत ही दुखद है।
भारत सरकार को इस पर कड़ा एक्शन अपनाना चाहिए। इन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर में जब से शांति बहाल हुई है तब से भारी संख्या में पर्यटक वहां पर घूमने जा रहे थे लेकिन आतंकी हमला होने के बाद से पर्यटक बहुत ज्यादा डर गए हैं। जम्मू कश्मीर के लिए अप्रैल और मई माह में कुल पांच बुकिंग थी।
जिसे अब कैंसिल करना पड़ रहा है। एक ग्रुप के साथ बीस से 22 लोग भेजते हैं। करीब 22 लाख का पैकेज था जो अब बुकिंग कैंसिंल होने के चक्कर में पैसा पयर्टकों को लौटना पड़ेगा। इसमें टूर एजेंसियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ में हजारों एजेंट होंगे जो जम्मू कश्मीर के लिए टूर भेजने का काम करते है। पलगाम में आतंकी हमला होने के बाद सभी का ठप्प पड़ गया है। लखनऊ स्थित ट्रेवल्स पवत लिमिटेड के संचालक ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पर्यटकों के मन में भय का वातावरण बन गया है। जिन लोगों ने महीनों पहले कश्मीर घूमने की योजना बनाई थी, वे अब यात्रा रद्द कर रहे हैं। “इस सप्ताह कम से कम 10 से 12 बुकिंग्स कैंसिल हुई हैं।
लोग हमसे बार-बार पूछ रहे हैं कि क्या जाना सुरक्षित है कि नहीं। वे लोग खुद ही वहां का तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए बुकिंग को कैंसिंल कर दे रहे है। टूर एजेंटों का कहा है कि हर साल मई-जून के महीनों में बड़ी संख्या में लोग कश्मीर, श्रीनगर, गुलमर्ग, और माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जम्मू-कश्मीर का रुख करते हैं। ट्रेन, बस और प्राइवेट वाहनों के जरिए हजारों श्रद्धालु और पर्यटक वहां पहुँचते हैं। लेकिन इस बार पहलगाम की घटना के बाद यात्रियों का उत्साह फीका पड़ गया है, जो लोग जम्मू कश्मीर जाने के लिए प्लाइट, ट्रेन से जाने के लिए जो पैकेज बुक कराया था अब उसे कल की घटना के बाद से लोग कैंसिल कराना शुरू कर दिया है। लखनऊ के अन्य टूर एजेंटों से भी बात करने पर यही जानकारी मिली कि हालिया आतंकी हमले ने उनकी सीजनल इनकम पर बुरा असर डाला है।
एक अन्य एजेंसी संचालक ने कहा, “हमें उम्मीद थी कि इस बार गर्मियों में रिकॉर्ड टूरिस्ट जाएंगे, लेकिन घटना के बाद फोन अब बुकिंग के लिए नहीं, बल्कि कैंसिलेशन के लिए आ रहे हैं। वहीं कई टूर एजेंटों से बात हुई तो उन्होंने बताया कि वे लोग अभी खुद की बुकिंग को कैंसिंल करके पर्यटकों का पैसा लौटाने में जुट गए है। चूंकि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक पर्यटक को वहां पर अपने रिस्क नहीं ले जा सकते।
अधिकतर पर्यटकों की चिंता का विषय सुरक्षा व्यवस्था है। उन्हें डर है कि कहीं आतंकी घटनाओं के बीच उनका परिवार खतरे में न पड़ जाए। कुछ ने प्लान को स्थगित किया है, तो कई ने हिमाचल प्रदेश या उत्तराखंड जैसे विकल्पों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है।पर्यटन व्यवसायियों का मानना है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन को चाहिए कि वह जल्द से जल्द सुरक्षा को लेकर स्थिति स्पष्ट करे और भरोसा दिलाए, ताकि रद्द हो रही बुकिंग्स को रोका जा सके। फिलहाल ट्रैवल इंडस्ट्री को गंभीर आर्थिक झटका लग रहा है।
पापा हालीडे के डायरेक्टर संजीव पांडेय का कहना था कि इस बार माहौल अच्छा होने के कारण उन्होंने कश्मीर टूर के प्रचार व प्रसार में करीब एक लाख रुपया खर्च कर डाला अब आतंकी हमला होने के बाद उस पर पानी फिर गया। वहीं देखा जाय पर्यटन को बढ़ावा मिलने से कितने घरों का परिवार रोजी रोजगार हासिल करता है। जिस तरह से आतंकी हमला ने कारोबार पर बुरा असर डाल दिया है। लोग ऐसी जगहों पर जाने से पहले हज़ार बार सोचने को मजबूर हो रहें हैं। इसके लिए वहां की राज्य सरकार और केन्द्र सरकार मिलकर सैलानियों के भरोसो को जीतना होगा और टूरिज्म को बढ़ाने के लिए पर्यटकों का सुरक्षा का पूरा भरोसा दिखाना पड़ेगा।