आरएमएल में जनरल सर्जरी विभाग का मना स्थापना दिवस
डॉक्टरों ने सीएमई पर दिए अपने अपने सुझाव

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। डॉक्टरों ने जनरल सर्जरी के स्थापना दिवस पर सुझाव व्यक्त किए । शनिवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में जनरल सर्जरी विभाग द्वारा अपने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सीएमई का आयोजन किया गया। जिसका विषय ”बिनाइन ब्रेस्ट डिजीजेस” जो कि महिलाओं में पायी जाने वाली एक ऐसी बीमारी है जो उनमें भय व चिन्ता का कारण बनती है। जनरल सर्जरी विभाग द्वारा इन मरीजों के लिए डॉ.प्रियंका राय की अध्यक्षता में प्रत्येक सोमवार को ब्रेस्ट क्लीनिक का भी संचालन किया जाता है। निदेशक प्रो.सीएम सिंह ने विभाग में चल रहे शोध, सर्जरी, ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवाओं की सरहना एवं आगे और शोध कार्य करने के लिए प्रेरित करते हुए अपने आशीर्वचन दिए। सीएमई का प्रारंभ विभागाध्यक्षा डॉ.प्रियंका राय द्वारा प्रस्तुत वार्षिक रिपोर्ट से हुआ। तत्पश्चात् डॉ. अमरजोत सिंह ने स्वागत भाषण दिया। इस सीएमई के आयोजन में डॉ. एसके भट्ट, डॉ. विकास सिंह, डॉ रोहित श्रीवास्तव, डॉ.सुनील कुमार सिंह, डॉ. रूद्रमणि, डॉ.नीलभ अग्रवाल डॉ. अनमोल एवं डॉ. रितेश की भी उपस्थित रहे। सीएमई बिनाइन ब्रेस्ट डिजीस पे आयोजित की गई। जिसमें डॉ रोमा प्रधान, डॉ नेहा सिंह, डॉ अनुराग गुप्ता, डॉ अमित अग्रवाल, डॉ गौरव अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त किए।डॉ प्रियंका राय ने डिपार्टमेंट की रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया की पिछले साल 38000 मरीज देखे गए 10500 हज़ार मरीजो का इलाज हुआ। 7400 सर्जरी एक साल में की गई]तक़रीबन 600 एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई। डिपार्टमेंट द्वारा इंटरनेशनल शोध पत्रिकाओं में 7 शोध प्रिंट हुए।डॉ अमरजोत सिंह ने बताया की स्तन के कैंसर के डर के कारण काफ़ी सारी महिला मरीज बाहर रोगी विभाग में आके दिखाते है एवं 85 फीसदी में कैंसर नहीं होता है एवं मरीजो में जानकारी के लिए भी इस सीएमई का आयोजन किया गया। वहीं सीएमई में प्रतिष्ठित विशेषज्ञों द्वारा महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए गए। संजय गांधी पीजीआईएमएस से डॉ.गौरव अग्रवाल ने ”ग्रैनुलोमेटस मैस्टाइटिस” पर व्याख्यान दिया। डॉ. अमित अग्रवाल, मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ से अपने व्याख्यान में श्रोताओं को एक घातक व्याधि ‘फिल्लोड्स ट्यूमर’ के विषय में बताया। इसके अतिरिक्त डॉ. अनुराग गुप्ता एवं डॉ. नेहा सिंह द्वारा भी लोहिया संस्थान में अपने व्याख्यान में क्रमशः पैथोलॉजिकल एवं रेडियोलॉजिकल पहलुओं पर प्रकाश डाला। अंत में डॉ. संजय कुमार भट्ट द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन से कार्यक्रम का समापन किया गया।