आरएमएल में अनुसंधान के क्षेत्र में हुई कार्यशाला
कार्यशाला में 50 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल

लखनऊ, भारत प्रकाश न्यूज़। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी। वहीं कार्यशाला का उद्घाटन संस्थान निदेशक प्रो. सीएम सिंह निदेशक द्वारा प्रो.राजेश नायर पीएचएफआई, प्रो.विनीता मित्तल, प्रो. अजय कुमार सिंह संस्थान से एवं प्रो. प्रीति नेगांधी, आईआईपीएच, नई दिल्ली की उपस्थिति में किया गया। जिसमें अनुसंधान के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए 17 और 18 जनवरी को अपने निवासी डॉक्टरों और फैकल्टी के लिए “अनुसंधान पद्धति और प्रस्ताव लेखन पर दो-दिवसीय गहन कार्यशाला का आयोजन किया गया। बता दें कि यह कार्यशाला पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया और भारतीय जन स्वास्थ्य संस्थान दिल्ली के सहयोग से कराई गयी। कार्यशाला दौरान संस्थान के 50 से अधिक प्रतिभागियों में आईसीएमआर गोरखपुर और पटना केंद्रों के क्षेत्रीय केंद्रों से प्रतिभागी, पर्यवेक्षक शामिल रहे। जिसका उद्देश्य स्नातकोत्तर छात्रों और फैकल्टी के अनुसंधान कौशल को बढ़ाना था। कार्यशाला में अनुसंधान अध्ययन डिजाइन, साहित्य खोज, जैवसांख्यिकी, अनुसंधान में नैतिक विचार और प्रभावी अनुदान लेखन पर प्रशिक्षण शामिल रहा । कार्यशाला में गुणात्मक अनुसंधान और प्रणालीगत समीक्षाओं के विषयों पर भी चर्चा की गई। ज्ञात हो कि गत वर्ष दोनों संस्थाओं के बीच शैक्षणिक सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन प्रो. सीएम सिंह और प्रो. संजय जोडपे, अध्यक्ष पीएचएफआई द्वारा हस्ताक्षरित किया गया था। यह कार्यशाला इस वर्ष बाद में होने वाले कई शैक्षणिक सहयोगों की श्रृंखला में पहली है। पीएचएफआई और आईआईपीएच भी संस्थान के इच्छुक फैकल्टी को उनके द्वारा वर्तमान में संचालित कई पाठ्यक्रमों पर ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने में सहायता करेंगे। यह पहल राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद के निर्देशों के अनुरूप है और स्वास्थ्य सेवा अनुसंधान की गुणवत्ता और प्रभाव को बढ़ाकर सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) का समर्थन करती है। ऐसी पहलें तृतीयक चिकित्सा संस्थानों के फैकल्टी और निवासियों के लिए प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान करने और उनके लिए सतत समाधान खोजने का उत्कृष्ट अवसर प्रदान करती हैं। कार्यशाला में डॉ. पुष्कर कुमार, प्रो. प्रीति नेगांधी, प्रो.रंजना सिंह, प्रो. राजेश नायर आईआईपीएच और पीएचएफआई से और डॉ. अमित कौशिक, डॉ. अरविंद कुमार सिंह और डॉ. सुमीत दीक्षित समेत प्रतिभागियों को सफल समापन के प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।