कल पीजीआई में मनेगा पांचवा शोध दिवस
रोगी सेवा, शिक्षण, शोध की उपलब्धियों को करेंगे साझा
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। राजधानी में कल डॉक्टर शोध दिवस पर उपलब्धियों को साझा करेंगे। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान की शोध इकाई के द्वारा कल यानि कि 13 दिसंबर शुक्रवार को संस्थान का पांचवा शोध दिवस मनाया जाएगा। ज्ञात हो कि वर्ष 2020 में संस्थान के निदेशक प्रो. आरके धीमन के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में संस्थान ने प्रथम बार शोध दिवस का आयोजन किया गया था। गुरुवार को संस्थान के संकाय अध्यक्ष प्रो.शालीन कुमार ने बताया कि शोध संस्थान के तीन महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। यह तीन स्तंभ है, रोगी सेवा, शिक्षण और शोध।जिसे शोध रोगियों को ऐसी गुण परक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में मदद करता है, जिन्हें स्थानीय आवश्यकता के अनुसार कम लागत में विकसित किया जाता है। शोध के द्वारा हम नई तकनीक व अविष्कार से अपने देश में ही चिकित्सीय संयंत्रों का निर्माण कर सकते हैं।
शोध इकाई के प्रभारी डॉ सीपी चतुर्वेदी ने बताया कि इस दिन संस्थान के संकाय सदस्य, विद्यार्थी और रिसर्च स्कॉलर अपने शोध प्रपत्र प्रस्तुत करेंगे, जिनसे ज्ञान का आदान-प्रदान होगा।
2020 में एसजीपीजीआई में अनुसंधान दिवस मनाने की इस परंपरा की शुरुआत करने वाले निदेशक प्रो आरके धीमन ने खुशी जाहिर की है और कहा कि इससे शोधकर्ताओं में जागरूकता और उत्साह बढ़ा है, क्योंकि पिछले वर्षों की तुलना में पोस्टर प्रस्तुतियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। इससे संस्थान में इंट्राम्यूरल और एक्स्ट्रा म्यूरल ग्रांट में भी बढ़ोतरी हुई है।
केजीएमयू, आरएमएल, सीएसआईआर , सीडीआरआई और आईआईटीआर जैसे अन्य संस्थानों के वरिष्ठ संकाय सदस्य पोस्टरों का मूल्यांकन करेंगे। इसके अलावा, अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के संकाय सदस्य संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में आगे के अनुसंधान को बढ़ावा देने और मार्गदर्शन करने के लिए प्रेरक व्याख्यान देंगे। बता दें कि
विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी संकाय सदस्यों के साथ-साथ विद्यार्थी भी अपने शोध कार्यों को प्रस्तुत करेंगे। इस वर्ष लगभग 300 शोध पत्र ( लगभग 200 पत्र छात्रो और 100 शोध पत्र संकाय सदस्यों द्वारा) प्रस्तुत किए गए हैं। प्रस्तुत शोध कार्यों के आधार पर 14 दिसंबर को संस्थान के 41वें स्थापना दिवस पर संकाय सदस्य वर्ग में 19 एवं छात्र वर्ग में 24 पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।