केजीएमयू को वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी में मिला प्रथम पुरस्कार
आईसीएमआर के स्थापना दिवस पर मिले सम्मान को कुलपति ने सराहा
लखनऊ,भारत प्रकाश न्यूज़। केजीएमयू ने वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी में प्रथम पुरस्कार हासिल किया है। शनिवार को संस्थान कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने उपलब्धियां को साझा करते हुए बताया कि नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में आयोजित भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के 113वें स्थापना दिवस में उपलब्धियां हासिल हुई हैं।
जिसमें संस्थान को आईसीएमआर की दोनों श्रेणियों में वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी उत्कृष्टता पुरस्कार में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। प्रथम श्रेणी वैज्ञानिक अनुसंधान में वीआरडीएल की उत्कृष्टता और
वायरस अनुसंधान के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रकाशनों में योगदान के आधार पर मान्यता मिली है। उन्होंने कहा कि द्वितीय श्रेणी में सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों में वीआरडीएल की उत्कृष्टता में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान के आधार पर मान्यता। जिसमें विशेष रूप से व्यापक स्तर पर रोगियों के नमूना परीक्षण के लिए दिया गया है। ज्ञात हो कि क्रमांनुसार विजेताओ में
प्रथम श्रेणी वैज्ञानिक अनुसंधान में वीआरडीएल की उत्कृष्टता पुरस्कार में प्रथम केजीएमयू लखनऊ
द्वितीय जीपमेर पुडुचेरी,तृतीय एसवीआईएमएस, तिरूपति को दिया गया है। इसके अलावा द्वितीय श्रेणी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों में वीआरडीएल की उत्कृष्टता प्रथम केजीएमयू लखनऊ,द्वितीय जीपमेर पुडुचेरी,तृतीय एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर को दिया गया। बता दें कि केजीएमयू डीएचआर-एमआरयू स्वास्थ्य अनुसंधान-बहुविषयक अनुसंधान इकाई विभाग को देश के सर्वश्रेष्ठ 3 एमआरयू में से एक मानते हुए उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।वहीं इस उपलब्धि के लिए प्रो.सोनिया नित्यानंद ने प्रो.अमिता जैन और उनकी टीम को दो वीडीआरएल उत्कृष्टता पुरस्कारों के लिए और प्रो.आरडी सिंह और उनकी टीम को सर्वश्रेष्ठ डीएचआर-एमआरयू पुरस्कार के लिए बधाई दी है। साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता की हमेशा सराहना की जाती है, बल्कि दोनों श्रेणियों में शीर्ष पर रहना उत्कृष्टता के प्रति संस्थान के प्रति समर्पण को दर्शाता है।