नदियों क़ो संरक्षित करने क़ो उठाया बीड़ा
एनसीसी ने शुरू किया नौकायन अभियान
कानपुर के अटल घाट से अभियान रवाना
लखनऊ,कानपुर,भारत प्रकाश न्यूज़। नदियों क़ो संरक्षित करने के लिए एनसीसी ने बीड़ा उठाया है। सोमवार क़ो एनसीसी के महानिदेशक के तत्वावधान में राष्ट्रीय कैडेट कोर ने 76वें गणतंत्र दिवस से पहले कानपुर से कोलकाता तक एक विशेष नदी नौकायन अभियान शुरू किया गया।
बता दें कि भारतीय नदियाँ संस्कृतियों की जननी विषय पर आधारित कानपुर के अटल घाट से स्व.हवलदार शिव नारायण सिंह, कीर्ति चक्र की पत्नी बिमला देवी द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
साथ ही सीमा सिंह स्व.लांस नायक ज्योति प्रकाश सिंह शौर्य चक्र की पत्नी समारोह में शामिल रही। ज्ञात हो कि देश भर के सभी 17 एनसीसी निदेशालयों के 528 नेवल विंग एनसीसी कैडेट एनसीसी की डीके व्हेलर नौकाओं में किए गए अभियान में भाग ले रहे हैं।
इस अभियान का उद्देश्य भारत की महान सभ्यता को जन्म देने और पोषित करने में नदियों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना है और नागरिकों को इन महत्वपूर्ण जीवन रेखाओं और महत्वपूर्ण जल संसाधनों की सुरक्षा, संरक्षण और पुनर्जीवन की तत्काल आवश्यकता के बारे में जागरूक करना है।
‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत कैडेट पवित्र गंगा नदी के किनारे उत्तर प्रदेश में प्रयागराज और वाराणसी, बिहार में बक्सर और पटना से होते हुए पश्चिम बंगाल फरक्का बैराज तक जाएंगे।
जैसे ही अभियान पटना में अपने आधे रास्ते पर पहुंचेगा। वहीं डीजी एनसीसी इसकी प्रगति की समीक्षा करेंगे और भाग लेने वाले कैडेटों के साथ बातचीत और उनके लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उन्हें प्रोत्साहित करेंगे।
इसके बाद यह शक्तिशाली अभियान हुगली के साथ-साथ 45 नौकायन दिनों में 1605 किलोमीटर की दूरी तय करके 20 दिसंबर 2024 को कोलकाता में मैन ओ’ वॉर जेट्टी पर संपन्न होगा।
मानसून के बाद नदी की स्थिति से उत्पन्न चुनौतियों पर काबू पाने के लिए, कैडेटों को पूरी यात्रा के दौरान उनके व्यापक एनसीसी प्रशिक्षण, सहनशक्ति, टीम वर्क और नेतृत्व कौशल की परीक्षा से गुजरना होगा।
जैसे ही वे नदियों के किनारे विभिन्न कस्बों और शहरों से गुजरेंगे, कैडेट व्यक्तिगत बातचीत, नुक्कड़ नाटकों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से स्थानीय आबादी के साथ भी जुड़ेंगे, विविधता में एकता, पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण-अनुकूल और टिकाऊ अभ्यास के महत्व का संदेश देंगे ।
यह मिशन भारत के लचीले युवाओं को अपने प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने और “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना के अनुरूप अपनी समृद्ध जातीय-सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता का सम्मान करने के लिए किया गया।
लगभग 250 एनसीसी कैडेटों सहित मेजर जनरल विक्रम कुमार, एडीजी एनसीसी निदेशालय (यूपी), मेजर जनरल जीआर शनमुगम, एडीजी एनसीसी निदेशालय (गुजरात) और मेजर जनरल एसपी विश्वास राव, एडीजी एनसीसी निदेशालय (दिल्ली) सहित कई सशस्त्र बल के जवान फ्लैगिन्ग ऑफ समारोह में मौजूद रहे।